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Monday 14 June 2010

पुनरागमन हुआ.

Archana Singh 2paltak - 03:23
बहुत अच्छी नींद ली है और अब सक्रिय हो चुके हैं. दोपहर की नींद अब व्यक्तित्व का अंग बन चुकी है.
दरअसल हमारी दिनचर्या में दोपहर को ३:४५ से ४:०० बजे का समय दोपहर के नाश्ते का रहता है, अतः उठना ही था.
अब यहाँ हैं. :-)
तो छ:बजे तक मेल और बज़ निपटाते हैं.

Sunday 13 June 2010

लीजिए पुनः उपस्थित हूँ.

Archana Singh 2paltak - 18:46
आज तो सात:बीस बजे उपस्थित हूँ और साढ़े आठ बजे तक बज़ और मेल्स पढ़ने हैं ताकि चार बजे जब लौटूं तो फिर ब्लॉग-लेखन कर पाऊं.

हटो यार ! बिजली आजकल बहुत कट रही है. :-(

Archana Singh 2paltak - 09:59
यही बात अच्छी नहीं लगती है. बार-बार बिजली कट रही है और हमारे कार्य में व्यवधान पड़ रहा है !!
अब रात्रि-भोज करके सोने जा रहे हैं.
आशा करते हैं कि कल प्रातः मिल पायें.
चलिये शुभरात्रि.

नींद धाँसू थी.

Archana Singh 2paltak - 05:01
अपने तकिये और बिस्तर पर जो नींद आती है, राम-शपथ वह कहीं और नहीं आती है. ;-)
कुल सवा तीन घण्टे की नींद लेकर अभी साढ़े पाँच बजे पधारे हैं.
अब साढ़े सात बजे तक ई-मेल और बज़ खूब दबाके करना है ताकि उसके बाद छुट्टी मिल जाए और हम कुछ अन्य कार्य भी कर पायें.
तो साढ़े सात बजे मिलते हैं.

कुछ जरूरी मेल्स निपटाने हैं जी.

Archana Singh 2paltak - 01:18
गये और मेल पढ़ के आये. बस तीन बजेगा. ;-)
मेरे प्यारे मित्रों प्रतीक्षा करिये बस यूँ गया और यूँ आया.

Saturday 12 June 2010

अब ज़रा कुछ घरेलू कार्य.

Archana Singh 2paltak - 22:14
अरे यार रविवार है !!
ज़रा नहा-धो लें, दाढ़ी बना लें. एकाध कपड़ा-वपड़ा धो लें. फिर ऐसा करते हैं सीधे भोजन करके साढ़े बारह बजे आते हैं. ;-)

प्रातःकालीन नमस्कार ./\.

Archana Singh 2paltak - 22:11
लो जी आज तो सवा आठ बजे (८:१५)ब्लॉग-जगत में आये हैं. १०:०० बजे तक कुछ ब्लॉग पढके आते हैं.

अच्छा मित्रों अब चलते हैं !!

Archana Singh 2paltak - 09:28
मित्रों अब दिनचर्या समाप्त करने का समय आ गया है. अब चलकर रात्रि-भोज करना है और कुछ घरेलू कार्य करने हैं ताकि कल पुनः आप लोगों से जुड सकूं.
कल तक के लिए
'शुभरात्रम्'

आज "आपका राजीव" पर कुछ लिखने जा रहा हूँ.

Archana Singh 2paltak - 08:14
कई सप्ताह हो चुके हैं. कोई आलेख नहीं लिखा है...
पर आज अभी अवसर और समय प्राप्त हुआ है तो फिर एक आलेख "आपका राजीव" पर लिख ही आते हैं. आज दस बजे तक यही करते हैं फिर दस बजे बताते हैं.

अंततः लक्ष्मी जी प्रसन्न हुईं !!

Archana Singh 2paltak - 06:56
अरे बन्धु बिजली आ ही गयी और हम ऑनलाइन आ गये हैं. अब देखो धमाल होगा.
पर पहले आठ बजे तक बज और ई-मेल सब निपटा दें फिर...
तो आठ बजे मिलते हैं.

अरे बिजली नहीं आ रही है.

Archana Singh 2paltak - 04:16
हमारी कॉलोनी की बिजली चली गई है ट्रांसफार्मर जल गया है, शाम सात बजे तक ही आ पाएगी तभी हम उपस्थित हो पायेंगे.
अभी ये आलेख तो हम दूसरे एक मित्र के घर से कर रहे हैं.
तो फिर शाम सात बजे.......

Friday 11 June 2010

जागो-जागो जागो सुबह हो गयी.

Archana Singh 2paltak - 17:34
सुप्रभातम्
प्रातःकाल हो चुका है हम एक घण्टे यानि साढ़े छः बजे तक बज़ करके आते हैं.

दिनचर्या समाप्त !! ;-(

Archana Singh 2paltak - 07:57
अभी कुछ घरेलू कार्य आ गये हैं......
दुखी मन से जाना पड़ रहा है ;-(
पर आवश्यक भी है ताकि प्रातः पुनः आपके सम्मुख उपस्थित हो सकूँ. अतः अभी चलता हूँ फिर कल मिलते हैं.
शुभरात्रम्, शुभस्वप्नम्.
:-)

Thursday 10 June 2010

अब थक गये यार !!

Archana Singh 2paltak - 19:43
हाँ बज़ करते-करते थक गये हैं और अब जा रहे हैं.
अब सायं चार बजे ही सक्रिय होंगे.
तब तक के लिए....
शुभ दिनम्.

बज़ है कि.....मानता नहीं. :-)

Archana Singh 2paltak - 17:55
यार आप कितना भी बज़ लो पर मन है कि मानता नहीं. ;-०)
अभी आठ बजे तक यही करूँगा और हाँ तब तक सारी ई-मेल्स भी चेक कर लूँगा.

हम इतनी सुबह ऑनलाइन !!!

Archana Singh 2paltak - 16:56
आज प्रथम बार ऐसा हो रहा है कि हम इतनी सुबह ऑनलाइन आये हैं. :-)
आज बहुत कुछ करने का संकल्प लेकर आये हैं.
अब छः बजे तक बज करके आते हैं.

Wednesday 9 June 2010

अब अगले एक घण्टे तो ऑनलाइन हूँ ही.

Archana Singh 2paltak - 03:51
अब अगले एक घण्टे तो ऑनलाइन हूँ ही, आगे का भगवान जाने.
और इस बीच भी लक्ष्मीजी (बिजलीजी)की कृपा रही तो ही विद्यमान रह पायेंगे.
ही ही ही.
साढ़े चार से साढ़े पाँच तक.
और अब आज से कम से कम इतना समय तो इन्टरनेट को देंगे ही.
तो बोलो धन्यवाद.
;-)

Tuesday 8 June 2010

हिन्दी में लिखने का आनन्द !!

Archana Singh 2paltak - 10:29
सही बात है कि हिन्दी में लिखने में जो सुख है, वह आंग्ल-भाषा में कहाँ !!
अब इस ब्लॉग पर हिन्दी में ही लिखा जाएगा.

Friday 4 June 2010

Wednesday 2 June 2010

Now I am back again !!

Archana Singh 2paltak - 09:53
Yes, it was a power-cut...
Now I am back and at work. :-)
Few days, I want to write this blog in English language.
This is the first in English.
This time there is 10:29 P.M. in my watch, after few minutes, I will hear a voice 'KHANA THANDA HO RAHA HAI !!'
I think I have to close my today's activity !!
So !!
Good-bye,
I will see all of you tomorrow in the morning.
Good night and sweet dreams.

Tuesday 1 June 2010

दो जून की रोटी खाके दो जून का नमस्कार !! ;-)

Archana Singh 2paltak - 19:50
सुप्रभातम् श्रीमान !
अरे आज तो दो जून है !!
अरे नहीं समझे !
दो जून एकमात्र ऐसा दिन है जो वर्ष में एक बार ही आता है और यह 'दो समय' के पर्याय के रूप में भी प्रयुक्त होता है.
चलिये तो अब दो जून की सुबह हो चुकी है और हम जाग चुके हैं और सक्रिय भी हैं !!
अब नौ बजे तक का समय ही हमारे पास है यानि कि चालीस मिनट !
इस चालीस मिनट में बज़ करना है.
फिर चार बजे ही मिलेंगे, ठीक !!

लीजिए अब एक अतिथि आ रहे हैं !!

Archana Singh 2paltak - 08:09
अब एक अतिथि आ रहे हैं और उनको रिसीव करने जाना है.
मतलब कि आज की दिनचर्या का हमेँ यहीं पर समापन करना ही होगा.
चलिए कोई बात नहीं, कल मिलते हैं.
पर एक प्रश्न मन में उठा है !!
रिसीव की हिन्दी क्या होती है !!!!

अब कुछ चिट्ठे भी पढ़ लिए जायें !!

Archana Singh 2paltak - 07:00
हाँ मित्रों अब कुछ चिट्ठे भी पढ़ने जा रहे हैं. अब सात बजे तक चिट्ठे पढके लौटते हैं.

Monday 31 May 2010

अब दिनचर्या यहीं पर समाप्त करते हैं.

Archana Singh 2paltak - 09:36
अब चलते हैं कई ढेर सारे घरेलू छोटे-छोटे कार्य कष्ट दे रहे हैं, अब उन्हें ही आज निपटा कर आते हैं. अब कल सायंकाल चार बजे ही मिलेंगे.
तब तक के लिए जय श्री राम.

चलिए आज सक्रिय तो हुए. !!

Archana Singh 2paltak - 07:44
हाँ जी, चार बजे आने को कहा था पर...
अभी ६:०० बजे तक ई-मेल पढ़ना.
आठ बजे तक ब्लॉग पढ़ना.
नौ बजे तक बज़ करना.
फिर नौ बजे अगली गतिविधि.
जय श्री राम.

Sunday 30 May 2010

सुप्रभातम् !!

Archana Singh 2paltak - 18:26
हाँ मित्रों ! आज ज़रा जल्दी जाग गये हैं और साढ़े आठ तक रहने की संभावना है, वैसे तो चार बजे ही आज सक्रिय हो पायेंगे.
तो प्रारंभ करें आज की दिनचर्या.
बोलो जय श्री राम.

अब 'आपका राजीव' ब्लॉग पर एक आलेख लिखने जा रहे हैं

Archana Singh 2paltak - 08:40
अब 'आपका राजीव' ब्लॉग पर एक आलेख लिखने जा रहे हैं. यह आज की दिनचर्या का अंतिम कार्य होगा इसके बाद हम सो जायेंगे.
फिर कल शाम चार बजे सक्रिय होंगे.
तब तक के लिए जय श्री राम.

हट बे जा रहे हैं सोने !!

Archana Singh 2paltak - 00:33
अबे नींद आ रही है यार. अब जब जागेंगे तब ही फिर मिलेंगे.
अरे मिलेंगे यार !!
मर थोड़े न जायेंगे.

Saturday 29 May 2010

बज़ करने में आनन्द आ रहा है.

Archana Singh 2paltak - 23:08
बज़ करने में आनन्द आ रहा है, अतः अभी साढ़े बारह बजे तक बज़ ही करेंगे.
ही ही ही

अब आज की दिनचर्या यहीं पर समाप्त !!

Archana Singh 2paltak - 10:23
हाँ, अब और कुछ करने का मन नहीं कर रहा है, अतः अब कल मिलते हैं.
कितने बजे ?
अब यह तो पता नहीं.
हा हा हा

अभी ऑनलाइन तो हूँ पर थका हुआ.

Archana Singh 2paltak - 08:56
हाँ मित्रों ! बड़ा ही थका हुआ अनुभूत कर रहा हूँ.
अच्छा ठीक है दस बजे सक्रिय हो जाऊँगा.
वचन.

Friday 28 May 2010

अब दो बजे तक की छुट्टी !!

Archana Singh 2paltak - 23:49
जी हाँ दोस्तों, अभी एक जरूरी काम आ गया है. अतः घर के बाहर जाना पड़ रहा है, अतः दो बजे ही वापिस लौट पाऊंगा.

अब ज़रा कुछ घरेलू कार्य करने हैं.

Archana Singh 2paltak - 22:14
अरे यार नहा तो लेने दो ना !!
अभी हम साढ़े ग्यारह बजे......... नहीं सवा बारह बजे, सीधा.... भोजन करके आते हैं.
ठीक . !!!

आठ बज गये और सुबह हो गयी !!

Archana Singh 2paltak - 19:28
हाँ भईया आठ बज चुके हैं और सुबह भी हो चुकी है. अभी नौ बजे तक कुछ ई-मेल पढके आते हैं.

आज तो हम अभी सक्रिय हुए हैं.

Archana Singh 2paltak - 08:05
आज तो हम अभी सक्रिय हुए हैं. अभी-अभी कुछ ई-मेल पढके सवा नौ बजे आते हैं.

Thursday 27 May 2010

अब ज़रा बज़ कर आता हूँ.

Archana Singh 2paltak - 07:52
बज़ के सिवा कुछ याद नहीं....
बज़ के सिवा कोई बात नहीं.....
बज़ दौड़े है साँसों में.......
बज़ दौड़े है रग-रग में.......
अब कुछ न मेरे बस में.......
हुआ हुआ मैं मस्त
मैं मस्त.... मैं मस्त....
सवा नौ बजे वापिस आते हैं यारों.

Monday 24 May 2010

अभी नए चिट्ठे पढके आते हैं.

Archana Singh 2paltak - 06:22
ई-मेल तो पढ़ लिये हैं और उनके उत्तर भी दे दिए हैं, अब ज़रा नए चिट्ठे पढ़ के आते हैं. नौ बज जाएगा.

अब हम सक्रिय हैं.

Archana Singh 2paltak - 03:38
अब हम सक्रिय हैं, अभी कुछ ब्लॉग पढ़ने हैं और कुछ ई-मेल का उत्तर देना है. ५ बजे आते हैं. अरे यहीं हैं ऑनलाइन जी !!

Sunday 23 May 2010

गूगल बज़ फालोवर संख्या बढ़ी !

Archana Singh 2paltak - 18:21
एक समय था जब हम चिन्तित थे कि हमारे प्रशंसकों-अनुसरणकर्ताओं की संख्या नहीं बढ़ रही है और दूसरों कि हमसे अधिक है तब हमने संकल्प लिया कि हम दूसरों की तुलना में ज्यादा लोगों को फालो करेंगे तब हमारी दृष्टि में एक व्यक्ति था जो ९४६२ लोगों को फालो कर रहा था, तब हमने अपना लक्ष्य ९५०० का रखा था. आज हम गर्व से कह सकते हैं कि ९७९८ लोगों को फालो कर रहे हैं !!!!!!
और अभी तक इससे बड़ी संख्या हमने नहीं देखी है :-)
और ईश्वर करे कि इससे बड़ी संख्या अब दिखे भी नहीं !!!!!!
दूसरी ओर हमारे अनुसरणकर्ताओं की संख्या भी ७७ से बढ़ के १०४४ हो गयी है और यह प्रतिदिन ही बढ़ रही है जबकि अब हम किसी और का अनुसरण नहीं करने वाले.
पहले यह अनुपात २००:७७ का था यानि ३:१ का था.
अब स्थिति बहुत बदल गयी है आज के आंकलन के अनुसार यह है ९७९८:१०४४ यानि कि १०:१ का. इस हिसाब से हमारा पलड़ा ही झुका हुआ है पर यह भारी होगा और यह होता भी जा रहा है. :-)
शुभकामनाएं तो दीजिये.

अभी कुछ मेल निपटाने हैं, आधा घंटा लगेगा.

Archana Singh 2paltak - 17:59
अभी कुछ मेल निपटाने हैं, आधा घंटा लगेगा. फिर "आपका राजीव" पर ही शेष दो घण्टे लगाऊंगा. आज सारा समय इसी ब्लॉग को.

आज जल्दी जाग गये.

Archana Singh 2paltak - 17:55
हाँ मित्रों, आज जल्दी जाग गये हैं.
अब जब जाग गये हैं तो सोचा कि ऑनलाइन आकर कुछ काम ही किया जाए, सो सूचित कर दूं कि अगले ढाई घण्टे तो हिलूंगा भी नहीं.
कुछ कहना चाहें तो टिप्पणी करें या ई-मेल लिखें.
आपका राजीव

Saturday 22 May 2010

अब 'आपका राजीव' पर दस्तक देनी है.

Archana Singh 2paltak - 06:40
'आपका राजीव' ब्लॉग पर कई दिनों से कोई सूचना नहीं दी है. लोग चिंतित होंगे कि हनुमान-भक्त भाग गया क्या !!
अभी एक आलेख लिखने जा रहा हूँ.
लिख करके आता हूँ.
आप बने रहिये, कहीं जाइयेगा नहीं. :)
नौ बज सकता है.

Friday 21 May 2010

बड़ी ही समस्या है अजय झा जी दुखी हैं !!

Archana Singh 2paltak - 07:31
ई झा जी भी न इतना काहे कूदते हैं, उनको ग्लूकोज की कमी हो गयी है !!
कह रहे हैं कि ब्लॉग्गिंग नहीं करेंगे !!
आते हैं ८:३० बजे ज़रा उनको एक ई-मेल कर आयें. जरूरी है भाई छुटके भाई जो हैं.
ही ही ही

आ गये ऑनलाइन :)

Archana Singh 2paltak - 07:10
अब हम आज सक्रिय हो गये हैं. :)
अभी चिट्ठाजगत के नए चिट्ठों का स्वागत करने जा रहे हैं, फिर ८:०० बजे लौटते हैं.

Thursday 20 May 2010

गूगल बज़ की फालोवर संख्या.

Archana Singh 2paltak - 03:25
आज हमने एक व्यक्ति को देखा जिसके गूगल बज़ में २०२४ फालोवर थे. मेरे बस ७७. :(
लेकिन वह ९४६२ लोगों को फालो कर रहा था. और हम मात्र २०० :(
आज स्वयं की क्षमता बढ़ा कर ९५०० करना और यदि कोई मुझसे भी ज्यादा का मिले तो उससे भी आगे जाना.
फिलहाल ९५०० लोगों को फालो करने का लक्ष्य है. आज सोने से पहले तक.

Wednesday 19 May 2010

आज का सुप्रभात हो गया है जी

Archana Singh 2paltak - 20:18
लो जी जाग गये पर आज शाम चार बजे ही सक्रिय हो पाएंगे.
तब तक के लिए नमस्कार. :)
शुभ दिन.

अब थोडा टहलने का मन कर रहा है.

Archana Singh 2paltak - 06:24
बाहर मौसम थोडा सा सुहावना लग रहा है. थोडा टहलने का मन कर रहा है. हम साढ़े आठ बजे लौटते हैं. :)

'संस्कृतम्' पर प्रगति

Archana Singh 2paltak - 05:49
'संस्कृतम्'
ब्लॉग के लिंक और फीड अन्य दो ब्लोगों से जोड़ दिया है.साथ ही अभी अन्य दो ब्लोगों के लिंक भी इस ब्लॉग से जोड़ने जा रहा हूँ. अगली अपडेट ६:४५ बजे देता हूँ.

आगे की गतिविधियां

Archana Singh 2paltak - 05:26
संस्कृतम् ब्लॉग पर एक आलेख लिखा है और अब इसके द्वारा उसे भी सक्रिय कर लिया है, साथ ही उसे अब ब्लॉगर प्रोफाइल में भी जोड़ लिया है.
प्रोफाइल में अपने विषय में भी अपडेट किया है.

लो आ गये जी

Archana Singh 2paltak - 04:14
लीजिए हम पुनः उपस्थित हैं और पांच बजे तक कुछ जरूरी ई-मेल से पूछे प्रश्न और कुछ बज़ निपटाने हैं. :)
आते हैं : पांच बजे.

Tuesday 18 May 2010

अभी एक आलेख "आपका राजीव" पर

Archana Singh 2paltak - 19:48
अभी-अभी एक आलेख "आपका राजीव" पर लिखा है और अब थक गया हूँ थोडा आराम करने जा रहा हूँ. अब शाम चार बजे अगली उपस्थिति दर्ज करवाऊंगा.
तब तक के लिए जय श्री राम.

चिट्ठाजगत से कुछ ब्लॉग पढ़े !

Archana Singh 2paltak - 18:31
अभी पिछले आधे घण्टे में चिट्ठाजगत पर गया और टॉप के कुछ ब्लॉग खोले और पढ़े और टिप्पणियाँ भी कीं. यह मेरा प्रिय कार्य है :- दूसरों के ब्लॉग पढ़ना. बस लिखता ही कम हूँ.
अभी अगला अपडेट आठ बजे देता हूँ.

चिट्ठाजगत और अलेक्सा !!

Archana Singh 2paltak - 17:59
"आपका राजीव" पर भी यही विजेट लगाए हैं.
जिसमें चिट्ठाजगत पर १११३ रैंक है और
अलेक्सा की रैंक शून्य है !!
यहाँ भी !!
अगली अपडेट ७:०० बजे यार !

न्यू(ज़) गुरु पर कुछ परिवर्तन

Archana Singh 2paltak - 17:53
न्यू(ज़) गुरु पर कुछ नवीन परिवर्तन किये हैं. चिट्ठाजगत के और अलेक्सा के विजेट लगाए हैं.
चिट्ठाजगत की सक्रियता स्थान : २०२९ है जबकि अलेक्सा पर शून्य है !!
अगली अपडेट ६:३० बजे !!

न्यू (ज़) गुरु पर सुधार कार्य संपन्न हुआ.

Archana Singh 2paltak - 17:20
न्यू (ज़) गुरु में थोड़ा परिवर्तन करना था, हो गया है.
आशा है कि आपको प्रिय लगेगा. :)
अब "आपका राजीव" ब्लॉग को देखना है.........
अब छः बजे आपको बताता हूँ कि क्या-क्या परिवर्तन किये हैं !!

सुप्रभातम

Archana Singh 2paltak - 17:16
सुप्रभातं भारतवर्ष !
आज हम बहुत ही जल्दी उपस्थित हैं, अभी इसी टेम्पलेट में थोड़ी हेर-फेर करनी है. बस अभी करके लौटते हैं. आप देखिये और बताइये कि कैसा है !

आज दिन भर बिजली नहीं थी.

Archana Singh 2paltak - 08:29
जी हाँ, दोस्तों आज दिन भर बिजली नहीं थी. अब जाके आई है. हम भी हाजिर हैं.
लो खाना खाने का बुलावा भी आ गया, अच्छा खाके आते हैं.
बस २०-२५ मिनट यार, बस गये और आये.

Monday 17 May 2010

'आपका राजीव' ब्लॉग को सक्रिय करना.

Archana Singh 2paltak - 09:27
आपका राजीव ब्लॉग को आज सक्रिय कर रहा हूँ. बहुत दिनों से इस पर लेखन कार्य अवरुद्ध पड़ा हुआ था.
इस ब्लॉग पर हम अपनी हनुमत भक्ति के माध्यम से रामजी के दर्शन करना चाहते हैं.
पर जब भी हम हनुमान जी से राम जी तक चलने को कहते हैं वे हमें हमारी कोई न कोई कमी बता कर उसे सुधार के लिए प्रेरित करते हैं.
वस्तुतः हम इस ब्लॉग के द्वारा हंसी-हंसी में ही अपने दोषों को स्वीकार करते हुए उन्हें सुधार ले रहे हैं.
बड़ा ही प्रेरक और मनोरंजक ब्लॉग है, साथ ही शिक्षाप्रद भी.

गूगल बज़ मेरा दीवानापन

Archana Singh 2paltak - 07:07
आजकल गूगल बज़ को लेकर दीवाना हुआ जा रहा हूँ.
बड़ा ही मज़ा है अपनी ब्लोगिंग से ज्यादा मजा है. खूब आनन्द है.
क्या आपने किया !!
अरे बज़ यार :-)

ब्लॉगर का प्रोफाइल बना !!

Archana Singh 2paltak - 05:34
ब्लॉगर का प्रोफाइल बना तो दिया है पर कुछ जंच नहीं रहा है....
ठीक है....इसे आज इतने पर ही छोड़ते हैं बाकी का भविष्य में देखेंगे, यारों.

Thursday 11 March 2010

चिट्ठाकार समाज को 'जय श्री राम'

Archana Singh 2paltak - 08:12
लगभग डेढ़ वर्षों के उपरान्त ब्लॉग-जगत में पुनर्प्रवेश कर रहा हूँ.
यह प्रवेश भगवान् श्री राम जी की कृपा के फलस्वरूप है, अतः हमने आज से यह शपथ ली है कि हम आज से अभिवादन में यही कहा करेंगे. जब यह सुविचार हमारे ह्रदय में आया था तो तुरंत एक दूसरा विचार यह भी आया कि नहीं यह तो साम्प्रदायिकता है, यह कट्टरता को प्रदर्शित करेगा.
नहीं बन्धुओं हम संकीर्ण नहीं हुए हैं. पर वह भगवान् जो हमसे इस होली पर मिलने स्वयं आये थे. उनकी उपेक्षा कैसे करें !!
हाँ, यह सत्य है कि भगवान् राम होली पर मुझे मिलने आये थे. मैंने उनसे लड़ाई भी की, अपशब्द भी कहे और सबसे बड़ी बात कि उनको भगवान् न मानकर एक स्वप्न मानकर भूल जाने की मूर्खता भी करते रहे.
यही कारण था कि अब तक यह बात हम आपसब लोगों से छिपाए हुए थे. हम डर रहे थे कि सभी हमें पागल या झूठा समझेंगे.
शायद ऐसी टिप्पणी भी मिले कि अब ये भी आई.जी. डी.के. पांडा की तरह पागल हो जाएगा या साडी पहन कर नाचेगा.
नहीं दोस्तों ऐसा कुछ भी नहीं है. हम जो हैं वही रहेंगे, पर हमें घोर आश्चर्य है कि हमें राम ने दर्शन क्यों दिया ? वे पांच आर्य सत्य मुझे ही क्यों कहे ?
अरे कहना ही था तो चिपलूनकर से कहते अटल-आडवाणी से कहते, महंत नृत्यगोपालदास से कहते. न तो हमने अपने जीवन में राम के अस्तित्व पर प्रश्न उठाया और न ही हम कोई बहुत बड़े रामभक्त रहे हैं, फिर क्यों राम ने हमें ही चुना ?
शायद हमें इसका कभी कोई उत्तर नहीं मिलेगा, पर हमें जीवन जीने का लक्ष्य और मार्ग मिल गया है, कभी वह भी आप लोगों को बताऊंगा.
फिलहाल के लिए जय श्री राम.
आपका ई-गुरु राजीव.
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